प्रेम-द्वादशी - Premchand

प्रेम-द्वादशी

By Premchand

  • Release Date: 2016-12-13
  • Genre: Fiction & Literature

Description

प्रेम-द्वादशी प्रेमचंद की कहानियों का संकलन है। पुस्तक शीर्षक के अनुरूप इसमें बारह कहानियाँ संकलित है। इस संकलन की भूमिका स्वयं प्रेमचंद ने तैयार की है। कहानी विधा के सम्बन्ध में अपने विचार रखते हुये वे लिखते हैं कि “ऐसी कहानी जिसमें जीवन के किसी अंग पर प्रकाश न पड़ता हो, जो सामाजिक रूढ़ियों की तीव्र आलोचना न करती हो, जो मनुष्य में सदभावों को दृढ़ न करे या जो मनुष्य में कुतूहल का भाव न जाग्रत करे, कहानी नहीं है।” प्रेमचंद जीवन और समाज के अन्वेषक कथाकार थे। अपने इसी अन्वेषण-यात्रा में उन्होंने जीवन के प्रत्येक पक्ष को खोजा और टटोला था। अपने हर अनुभव से चरित्र गढ़े और कथा का घरोंदा बनाया। इस संकलन में उसी व्यापक अनुभव की प्रतिनिधि कहानियाँ रखी गई है जो भीरु को निडर, अकर्मण्य को कर्मठी, पापी को पुण्यात्मा, निर्बल को बलि, अहंकारी को विनयशील बनती है। प्रेमचंद कथा साहित्य के माध्यम से कहीं न कहीं भारतीय आत्मा को टटोल रहे थे। उन्हें इसमें बहुत हद तक सफलता भी मिली। उन्होंने लिखा की “मैंने नवीन कलेवर में भारतीय आत्मा को सुरक्षित रखने का प्रयत्न किया है।” इस तरह हम कह सकते हैं कि भारत को जानना है तो जिज्ञासु को प्रेमचंद के साहित्य से बढ़िया कोई साधन नहीं मिलेगा। और इसी महत्वपूर्ण साधन की प्रतिनिधि कड़ी है यह पुस्तक।